दिवंगत म्यूजिक कंपोजर वाजिद खान की पत्नी कमलरुख ने खान परिवार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में वाजिद के साथ अपनी शादी और उसके बाद के बुरे अनुभव साझा किए हैं। कमलरुख की मानें तो वाजिद के परिवार की ओर से उन पर जबरदस्ती धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया जा रहा है।
कमलरुख ने अपनी पोस्ट में लिखा है, "मेरा नाम कमलरुख है। मैं दिवंगत म्यूजिक डायरेक्टर वाजिद खान की पत्नी हूं। मेरे पति और मैं शादी करने से पहले 10 साल तक अफेयर में थे। मैं पारसी हूं और वे मुस्लिम थे। हमें आप कॉलेज स्वीटहार्ट कह सकते हैं। हमने स्पेशल मैरिज एक्ट (एक ऐसा एक्ट जिसके तहत आप दूसरे धर्म में शादी कर सकते हैं।) के तहत शादी की थी।"
कमलरुख आगे लिखती हैं, "मैं अपनी इंटर-कास्ट मैरिज अनुभव साझा करना चाहती हूं...इस दौर और उम्र में कैसे एक महिला पूर्वाग्रह का सामना कर सकती है। धर्म के नाम पर तकलीफ देना और भेदभाव करना शर्मनाक और आंखें खोलने वाला है।"
'पढ़ी-लिखी स्वतंत्र महिला उन्हें मंजूर नहीं थी'
कमलरुख ने लिखा है, "मेरी साधारण पारसी परवरिश बहुत ही लोकतांत्रिक थी। शादी के बाद यही स्वतंत्रता, शिक्षा और वेल्यु सिस्टम मेरे पति के परिवार के लिए सबसे बड़ी समस्या थी। एक पढ़ी-लिखी, सोचने-समझने वाली, स्वतंत्र महिला, जो अपना एक नजरिया रखती है, मंजूर नहीं थी। और रूपांतरण के दबावों का विरोध करना उनके लिए सही नहीं था।"
आत्मसम्मान ने नहीं डी झुकने की अनुमति
कमलरुख के मुताबिक, उन्होंने हमेशा हर धर्म का सम्मान किया है और उसका जश्न मनाया है। लेकिन जब उन्होंने इस्लाम अपनाने का विरोध किया तो उनके और उनके पति के रिश्ते में दरार आ गई। वे लिखती हैं, "मेरी गरिमा और आत्मसम्मान ने मुझे इस्लाम में परिवर्तित होने के लिए उनके और उनके परिवार के सामने झुकने की अनुमति नहीं दी।"
ससुराल वाले बना रहे धर्म परिवर्तन का दबाव
कमलरुख ने आरोप लगाया है कि उनके ससुरालवाले उन पर धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहे हैं। लेकिन वे अपने अधिकारों और बच्चों की विरासत के लिए लड़ती रहेंगी। उन्होंने लिखा है, "उनके परिवार की ओर से प्रताड़ना जारी है। मैं अपने अधिकारों और बच्चों की विरासत के लड़ रही हूं, जो उनके द्वारा बेकार कर दिए गए हैं।यह सब मेरे इस्लाम न अपनाने के खिलाफ उनकी नफरत के कारण हो रहा है। नफरत की जड़ें इतनी गहरी हैं कि किसी प्रियजन की मौत भी उन्हें हिला नहीं सकती।"
कमलरुख ने उम्मीद जताई है कि एंटी-कन्वर्जन लॉ इंटर-कास्ट मैरिज में धर्म के नाम पर नफरत झेल रहीं उनके जैसी महिलाओं की संख्या कम करेगा। उन्होंने अपनी पोस्ट के अंत में लिखा है कि धर्म जश्न मनाने का कारण होना चाहिए, परिवारों के टूटने का नहीं। वे लिखती हैं, "सभी धर्म परमात्मा तक पहुंचने का रास्ता है। धर्म सिर्फ 'जियो और जीने दो' होना चाहिए।"
1 जून को हुआ था वाजिद का इंतकाल
साजिद-वाजिद जोड़ी फेम वाजिद खान का इंतकाल 1 जून 2020 को हुआ था। उन्होंने अपने भाई साजिद के साथ 'दबंग' (फ्रेंचाइजी), 'हीरोपंती', 'चश्मे बद्दूर', 'एक था टाइगर', 'पार्टनर', 'मुझसे शादी करोगी', 'तेरे नाम' और 'हम तुम्हारे हैं सनम' जैसी कई फिल्मों में सुपरहिट संगीत दिया था।
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