Thursday, April 30, 2020

करीना कपूर से लेकर दामाद भारत साहनी तक परिवार ने भावुक पोस्ट और तस्वीरों के साथ किया ऋषि कपूर को याद

बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर ऋषि कपूर ने गुरुवार को मुंबई में आखिरी सांसे ली हैं। घर के लाडले सदस्य को खोकर पूरा परिवार गमगीन हो गया है। ऐसे में सभी ने ऋषि कपूर को याद करते हुए उनके लिए भावुक पोस्ट शेयर की है।

करीना कपूर ऋषि कपूर के भाई रणधीर की बेटी हैं। अपने अंकल के चले जाने पर उन्होंने उनकी एक पुरानी तस्वीर शेयर की है जिसमें ऋषि-रणधीर नजर का बचपना दिख रहा है। तस्वीर के साथ करीना ने लिखा, 'जिन्हें मैं जानती हूं बेस्ट ब्वॉयज, पापा और चिंटू अंकल'। इसके अलावा भी करीना ने 'हम तुम' फिल्म का एक सीन शेयर किया है जिसमें ऋषि सैफ के लिए मैं शायर तो नहीं गाना गा रहे हैं। इसके साथ उन्होंने कैप्शन में हार्ट इमोजी शेयर की है।

ऋषि की भतीजी करिश्मा कपूर ने भी उनके साथ वाली एक खूबसूरत तस्वीर शेयर की है। इसमें नन्हीं सी करिश्मा पिता रणधीर को पकड़ी हुई हैं वहीं दूर खड़े ऋषि उन्हें प्यार से देख रहे हैं। कैप्शन में करिश्मा लिखती हैं, 'हमेशा परिवार को देखते थे। चिंटू अंकल में आपके साथ खाने और रेस्टोरेंट्स की बात करना बहुत याद करुंगी'।

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इस दुख के मौके पर ऋषि कपूर के दामाद भारत साहनी ने भी उनके लिए एक इमोशनल पोस्ट शेयर की है। इसमें उन्होंने साथ बिताए कुछ खूबसूरत पलों की तस्वीरों के साथ लिखा, 'जो प्यार आपने मुझे दिया वो मैं कभी नहीं भूलुंगा। आपने कम समय में ही मुझे बहुत कुछ सिखाया है। आज मैं टूट चुका हूं। शब्द खो गए। लव यू एंड मिस यू। रेस्ट इन पीस पापा'।



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From Kareena Kapoor to son-in-law Bharat Sahni, family remembers Rishi Kapoor, shares pictures with emotional post


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भावुक अमिताभ ने ब्लॉग में लिखा- संकट में ऋषि का चेहरा नहीं देख सकता था, इसलिए कभी अस्पताल में मिलने नहीं गया

ऋषि कपूर के निधन पर अमिताभ बच्चन ने ब्लॉग पर अपनी भावनाएं जाहिर की हैं। उन्होंने भावुक होते हुए यह भी बताया कि कभी भी ऋषि को अस्पताल में मिलने नहीं गए और इसकी सबसे बड़ी वजह यह थी कि वे संकट के उन पलों में उनके चेहरे को नहीं देख सकते थे। दोनों ने पहली बार 'कभी कभी' (1976) में और आखिरी बार '102 नॉट आउट' (2018) में साथ काम किया था।

अमिताभ ने लिखा- मैंने चिंटू के दुर्लभ पलों को देखा
बुधवार को ऋषि कपूर दुनिया को अलविदा कह गए। देर रात अमिताभ ने अपने ब्लॉग में इमोशनल होते हुए लिखा- मैंने ऊर्जावान, चुलबुला, आंखों में शरारत लिए चिंटू के दुर्लभ पलों को देखा था। जब एक शाम मुझे राजजी के घर पर आमंत्रित किया गया था। इसके बाद मैंने उन्हें अक्सर आरके स्टूडियो में देखा, जब वे फिल्म 'बॉबी' के लिए प्रशिक्षित हो रहे थे। और अभिनय की बारीकियां सीख रहे थे। वे आत्मविश्वास के साथ चलते थे जैसे उनके दादा पृथ्वीराज जी चलते थे।

हमने कई फिल्मों में साथ काम किया। जब वे अपनी लाइन बोलते थे, तो आपको उनके हर शब्द पर भरोसा होता था। उनका कोई विकल्प नहीं था। जिस दक्षता से वे गानों में लिप्सिंग करते थे, वैसा और कोई नहीं कर सकता। सेट पर उनका खिलंदड़ स्वभाव बेहद प्रभावी होता था। गंभीर दृश्यों पर भी वे हास्य ढूंढ लेते थे और सभी एकदम से हंस पड़ते थे।

न सिर्फ सेट पर... किसी औपचारिक समारोह में भी उनका व्यवहार ऐसा ही होता था। वे माहौल को हल्का-फुल्का बनाए रखते थे। अगर सेट पर वक्त मिलता था तो वो ताश निकाल लेते थे और दूसरों को खेलने के लिए बुला लेते थे। इस गेम में गंभीर स्पर्धा होती थी। यह मनोरंजन मात्र नहीं बचता था। इलाज के दौरान उन्होंने अपनी हालत पर कभी अफसोस नहीं जाहिर किया। हॉस्पिटल जाते वक्त वे हमेशा कहते रहे कि रूटीन विजिट है। जल्द फिर मिलते हैं।

जीवन में आनंद से जीने का जीन उन्हें अपने पिता से विरासत में मिला था। मैं उनसे मिलने कभी अस्पताल नहीं गया क्योंकि मैं उनके हंसमुख चेहरे पर संकट नहीं देखना चाहता था। लेकिन एक बात तय है, जब वे गए तो उनके चेहरे पर एक सौम्य मुस्कान थी।



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Amitabh Bachchan Shares The Reason Why He Had Not Visited Rishi Kapoor In Hospital


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नसीरुद्दीन शाह और बप्पी लहरी के बीमार होने की खबरें गलत, नसीर के बेटे ने ट्वीट कर पिता को स्वस्थ बताया

दो दिनों में दो बड़े कलाकारों के निधन के बाद गुरुवार की शाम सोशल मीडिया पर खबरें उड़ी थीं कि एक्टर नसीरुद्दीन शाह और संगीतकार बप्पी लहरी की तबीयत भी ठीक नहीं है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि ये दोनों ही खबरें गलत निकली हैं। नसीर के बेटे विवान ने एक ट्वीट करते हुए अपने पिता को पूरी तरह ठीक बताया।

अपने ट्वीट में विवान ने लिखा, 'सबकुछ ठीक है, बाबा बिल्कुल ठीक हैं। उनके स्वास्थ्य को लेकर सारी खबरें झूठी हैं। वे बिल्कुल ठीक हैं। इरफान भाई और चिंटू जी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं और उन्हें बहुत याद कर रहे हैं। उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदनाएं। उन सभी के लिए हमारा दिल रो रहा है। ये हम सभी के लिए बहुत बड़ा नुकसान है।' वहीं इस बारे में नसीर के मैनेजर ने कहा कि वे पूरी तरह ठीक हैं और परिवार के साथ करजत स्थित फॉर्महाउस में हैं और अपने अगले प्ले की तैयारियां कर रहे हैं।

बप्पी भी ठीक, ऋषि कपूर के निधन पर दुख जताया

नसीर के अलावा बप्पी लहरी की हालत भी गंभीर होने की अफवाहें थीं। बताया जा रहा था कि सांस लेने तकलीफ के बाद उन्हें भी अस्पताल ले जाया गया है। हालांकि ये खबर भी झूठी निकली और वे भी ठीक हैं। इससे पहले गुरुवार रात को उन्होंने एक ट्वीट करते हुए ऋषि कपूर के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए शोक भी जताया। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'मुझे गहरा दुख पहुंचा है और मेरे पास कोई शब्द नहीं है। हमने एक सच्चे म्यूजिकल हीरो को खो दिया है। मेरे प्रिय मित्र, मेरे भाई तुम्हारी याद आएगी। उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं।'

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नसीर के बेटे विवान ने एक ट्वीट करते हुए अपने पिता के स्वास्थ्य को पूरी तरह ठीक बताया है।


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10 दिन पहले दोस्त से ऋषि कपूर ने कहा था- दो-तीन स्क्रिप्ट पसंद आई हैं, जल्दी ही काम शुरू करूंगा

ऋषि कपूर 67 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गए। करीब डेढ़ साल तक कैंसर से जंग लड़ने के बाद 30 अप्रैल को उन्होंने मुंबई के एक हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। वे अपने पीछे पत्नी नीतू, बेटे रणबीर और बेटी रिद्धिमा के साथ-साथ 5 दशक लंबे एक्टिंग करियर की विरासत भी छोड़ गए हैं। 1973 में 'बॉबी' से बतौर एक्टर उन्होंने करियर की शुरुआत की और 2019 में उनकी आखिरी फिल्म 'द बॉडी' रिलीज हुई। ऋषि का सफर अभी थमा नहीं था। निधन से 10 दिन पहले तक वे अपने लिए नई फिल्मों के चयन पर काम कर रहे थे और उन्हें दो-तीन स्क्रिप्ट्स पसंद भी आई थीं। इस बात का खुलासा ऋषि के खास दोस्त फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर और ट्रेड एक्सपर्ट राज बंसल ने दैनिक भास्कर से बातचीत में किया।

'10 दिन पहले हुई थी मेरी ऋषि से बात'
राज कहते हैं, "10 दिन पहले ही मेरी ऋषि से बात हुई थी। मैंने पूछा कि लॉकडाउन चल रहा है तो कैसे पूरे दिन टाइमपास होता है? जवाब में बोले टीवी देख लेता हूं। एकाध फिल्म देख लेता हूं। योग कर लेता हूं। शाम को वाक कर लेता हूं। फिर मुझसे पूछते हैं कि लॉकडाउन के बाद फिल्मों का क्या होगा? सिनेमा कब खुलेंगे? करीब आधे घंटे हमारी बात हुई। ये सारी चर्चाएं हुईं और उसके अगले दिन वो हॉस्पिटलाइज्ड हो गए। करीब 8-10 दिन वो हॉस्पिटल में रहे।" बंसल की मानें तो इस दौरान वे ऋषि की पत्नी नीतू के संपर्क में रहे और लगभग हर दिन उनका हालचाल लेते रहते थे।

'कुछ फिल्मों पर काम शुरू करना चाहते थे'
बंसल ने बातचीत में आगे कहा, "वे कहानियां सुन रहे थे और अगली फिल्म की प्लानिंग कर रहे थे। जिस दिन मेरी उनसे आखिरी बार बात हुई, उस दिन उन्होंने बताया था कि दो -तीन कहानियां पसंद आई हैं। ये उन्हें रोचक लगी हैं। जल्दी ही इन पर काम शुरू करेंगे।"

निधन के बाद बंद हो सकती है 'शर्माजी नमकीन'
बंसल के मुताबिक, सितंबर 2018 में जब ऋषि पहली बार ट्रीटमेंट के यूएस गए थे, उससे पहले उनकी आखिरी फिल्म 'शर्माजी नमकीन' की शूटिंग शुरू हो चुकी थी। उन्होंने और जूही चावला ने फिल्म के कुछ सीन भी शूट किए थे। लेकिन ऋषि के ट्रीटमेंट की वजह से यह शूटिंग टल गई। करीब डेढ़ साल बाद जनवरी 2020 में वे इसे कम्प्लीट करने दिल्ली गए थे। लेकिन वहां वे अचानक बीमार पड़ गए थे और फिल्म की शूटिंग एक बार फिर टल गई। रिपोर्ट्स की मानें तो ऋषि के अवसान के बाद डायरेक्टर हितेश भाटिया की इस फिल्म को या तो किसी अन्य एक्टर के साथ री-शूट किया जाएगा या फिर यह ठंडे बसते में भी जा सकती है। इसके अलावा वे दीपिका पादुकोण के साथ 'द इंटर्न' भी शुरू करने वाले थे।

30 साल पहले हुई थी बंसल की ऋषि से दोस्ती
बंसल ने बताया कि ऋषि से उनकी दोस्ती 30 साल पहले फिल्म 'चांदनी' के सेट पर हुई थी। फिल्म की शूटिंग दिल्ली में चल रही थी। बंसल के मुताबिक, फिल्म के निर्देशक यश चोपड़ा उनके पारिवारिक दोस्त थे। उन्होंने उन्हें सेट पर बुलाया और ऋषि से मुलाकात कराई। चोपड़ा ने ऋषि को बताया कि ये जयपुर से आए हैं और हमारे डिस्ट्रीब्यूटर हैं। बंसल कहते हैं, "बातचीत हुई। ऋषि फ्रेंडली नेचर के आदमी थे तो दोस्ती हो गई। जब मैं जयपुर लौटने लगा तो उन्होंने कहा कि रुको कल मैं भी चलूंगा। वहां मेरी फिल्म 'अजूबा' की शूटिंग होनी है।" बंसल के मुताबिक, अगले दिन ऋषि और वेव जयपुर पहुंचे। ऋषि ने बंसल के एक महीने के बेटे से मुलाकात की। फिर परिवार समेत उसके पहले जन्मदिन पर भी पहुंचे। 2016 में जब बंसल के उसी बेटे की शादी हुई, तब भी ऋषि और नीतू इसे अटेंड करने जयपुर पहुंचे थे।



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राज बंसल, दोस्त ऋषि कपूर, संजय दत्त और नीतू कपूर के साथ।


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ऋषि को याद कर शक्ति कपूर बोले- हम दोनों जन्मदिन साथ मनाते थे, लगता है ऊपर वाला हमसे नाराज हो गया है

वेटरन एक्टर ऋषि कपूर के आकस्मिक निधन से उनके दोस्त और कई फिल्मों में उनके साथ काम कर चुके एक्टर शक्ति कपूर को काफी सद्मा पहुंचा है। उनका कहना है कि हमने करीब 25 साल तक साथ फिल्में की हैं और हमारी कई सारी यादें एक साथ जुड़ी हुई हैं। उनके साथ अपने अनुभव को लेकर शक्ति कपूर ने दैनिक भास्कर से खास बातें की।

शक्ति कपूर ने बताया, 'हम 22-23 साल की उम्र से एक साथ काम करते आ रहे हैं। हमनें याराना, हनीमून, इना-मीना-डिका, सरगम, कातिलों का कातिल, विजय, बोल राधा बोल, नसीब, प्रेम रोग, अमीरी-गरीबी, घराना जैसी दर्जनों फिल्में साथ की थीं। हमनें तकरीबन 25 साल तक एक साथ काम किया है।

'चिंटू मुझे जॉगिंग के लिए उठाने आता था'

उन्होंने बताया, 'जब हम फिल्म की शूटिंग करते थे तो चिंटू मुझे उठाने आता था कि चल जॉगिंग करने चलते हैं। हम साथ में एक्सरसाइज करते थे और उसके बाद फिल्म की शूटिंग के लिए सेट पर 9 बजे पहुंच जाया करते थे। जब फिल्म की शूटिंग खत्म हो जाती थी, तो उसके बाद हम अपना मेकअप उताकर वेन में बैठकर छोटे-छोटे ड्रिंक पीते थे। साथ ही पूरे दिन जो काम किया है, उसकी चर्चा किया करते थे।'

'वो मुझसे एक दिन छोटे थे'

आगे उन्होंने कहा, 'उनके साथ मेरी कई सारी यादें जुड़ी हुई हैं, यह बहुत ही कम लोगों को पता है कि मेरा जन्मदिन 3 सितंबर और चिंटू का 4 सितंबर को आता है। वो मुझसे 1 दिन छोटे थे और हम दोनों एक साथ अपना जन्मदिन मनाते थे। वे हमेशा दो या तीन केक मंगाया करते थे। हमने कई बार अपना जन्मदिन आरके स्टूडियो में मनाया है, तो कई बार उनके चेंबूर वाले घर में मनाया है। फिलहाल मैं इस बारे में आपसे ज्यादा बात नहीं कर पाऊंगा क्योंकि इस वक्त मैं अपने आप में नहीं हूं, मुझे यह यकीन नहीं हो रहा है कि चिंटू हमें छोड़कर चला गया है। 24 घंटे में दो कलाकारों का इस तरह छोड़कर जाना बहुत ही बुरा है।'

हमारे उनके साथ पारिवारिक संबंध

आगे उन्होंने कहा, 'चिंटू का परिवार और मेरा परिवार एक-दूसरे के बेहद करीब है। जब मेरी शादी हुई थी तब ऋषि कपूर की मां ने मेरी पत्नी को कहा कि अपने पति को घर लेकर आओ, जिसके बाद मैं थोड़ा डर सा गया था। लेकिन जब हम गए तो उन्होंने मुझे शगुन दिया था और साथ ही यह भी कहा था कि इस बच्ची का ध्यान रखना। इतना ही नहीं जब हमारे बच्चे छोटे हुआ करते थे तो तब चिंटू का परिवार और मेरा परिवार हम साथ में छुट्टियों के लिए बाहर जाया करते थे।

'दोनों को आखिरी विदाई नहीं दे सका'

शक्ति कपूर बोले, 'ऐसा लग रहा है जैसे कि फिल्म इंडस्ट्री को नजर सी लग गई है। किसी को यकीन नहीं हो रहा है कि फिल्म इंडस्ट्री के दो बेहतरीन कलाकार अब हमारे बीच नहीं रहे। बुधवार को जब इरफान खान की अंतिम विदाई हुई थी उसमें भी हम नहीं जा पाए और कुछ ऐसा ही आज भी हो रहा है। चिंटू को आखिरी बार देखना चाहता था लेकिन यह नहीं हो सकता जिसका दुख हमेशा रहेगा।

'लगता है ऊपरवाला हमसे नाराज हो गया'

आगे उन्होंने कहा 'मैंने जब से जन्म लिया है तब से ऐसा दौर नहीं देखा है और यही प्रार्थना करता हूं कि आने वाली पीढ़ी भी ऐसा दौर ना देखे। ऐसा लगता है कि ऊपर वाला हमसे नाराज हो गया है। पहले आंखों से आंसू आते थे लेकिन अब तो दिल से आंसू निकल रहे हैं। जब ये खबर मिली तो मैं और मेरी बीवी फूट-फूटकर रोए कि चिंटू हमे छोड़कर चला गया। दो बेहतरीन कलाकार हमें छोड़कर चले गए। बस यही दुआ करूंगा भगवान से कि उनके परिवारों को शक्ति दे इस दुख से उबरने के लिए।

'श्रद्धा बहुत डरी हुई है'

शक्ति बताते हैं कि दो बड़े कलाकारों की आकस्मिक मौत के बाद उनकी बेटी श्रद्धा बहुत डरी हुई है। उन्होंने कहा, 'श्रद्धा इस वक्त बहुत ही डरी हुई है और उसने मुझसे पूछा कि पापा ये जो चीजें हो रही है कहीं करोना की वजह से तो नहीं हो रही हैं। तो मैंने उससे कहा है कि अभी क्यों हो रहा है इसका जवाब तो इस वक्त मेरे पास नहीं है लेकिन सब जल्द ही ठीक हो जाएगा।'



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ऋषि कपूर और शक्ति कपूर ने करीब 25 साल तक फिल्मों में एक साथ काम किया। (फोटो साभारः शक्ति कपूर के सोशल मीडिया अकाउंट से)


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ऋषि कपूर के साथ काम कर चुके कलाकारों ने दी उन्हें श्रद्धांजलि, हर एक ने कहा- भरोसा नहीं होता वे अब नहीं हैं

ऋषि कपूर का अब हमारे बीच नहीं रहे। 67 साल की उम्र में निधन हो गया। गुरुवार सुबह मुंबई के एचएन रिलायंस फाउंडेशन में उन्होंने आखिरी सांस ली। इस बीच बॉलीवुड में ऋषि कपूर के साथ काम कर चुके दिग्गज कलाकारों ने अपनी श्रद्धांजलि शब्दों के रूप में साझा की। हर कोई उनके निधन से दुखी है।



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Rishi Kapoor Death News| actors who worked with Rishi Kapoor paid tribute to him


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दोस्त को याद करके बोले शत्रुघन सिन्हा- ‘जिंदादिली का दूसरा नाम ऋषि कपूर था, जितने बढ़िया कलाकार थे उससे उम्दा इंसान थे’

साल 1981 में आई ब्लॉकबस्टर फिल्म 'नसीब', 'रणभूमि' और 'हवालात' जैसी कई फिल्मों में साथ नजर आ चुके शत्रुघन और ऋषि अच्छे दोस्त थे। दोनों फिल्मों के अलावा पर्सनल लाइफ में भी काफी करीब रहे हैं। अक्सर दोनों की मुलाकात भी होती रही है। गुरुवार सुबह दोस्त के गुजर जाने पर शत्रुघन ने उनकी खूब सराहना करते हुए शोक व्यक्त किया है।दैनिक भास्कर मेंउमेश कुमार को दिए एक इंटरव्यू में शत्रुघन ने अपनी आखिरी मुलाकात और उनके साथ किए यादगार काम पर बात की है।

इंटरव्यू के दौरान शत्रुघन ने कहा, 'संस्मरण सुनाने की स्टेज से तो अब निकल चुका हूं। संस्मरण सुनाने बैठे तो ऋषि कपूर के साथ हंसी मजाक और काम की बातें होती थी। वह बहुत ही उम्दा आदमी थे। इंडस्ट्री में अगर रोमांटिक हीरो की बात करें तो दो ही हीरो थे- राजेश खन्ना और ऋषि कपूर। इनके अलावा और कौन रहा है! ऋषि कपूर तो रोमांटिक हीरो के साथ-साथ बहुत पॉपुलर, रिलैक्स, फ्लैक्सिबल और कॉन्फिडेंट भी थे। इन्होंने दूसरे तरह के भी तमाम रोल किए। फिर तो चाहे मुल्क, हासिल आदि बेहतरीन फिल्में हों। मल्टी डॉमेस्टिक पर्सनालिटी थी। अभिनय की बात करें तो उनके सॉन्ग- डांस, अदायगी उम्दा रही। एक्टर के साथ-साथ डायरेक्टर और प्रोड्यूसर भी रहे। उन्होंने सबके साथ काम किया'।

मौत की खबर से हैंनिराश: 'वर्सेटाइल एक्टर थे उसमें तो दो राय नहीं है। कल इतना उम्दा कलाकार इरफान का जाना और आज हमारी आंखें खुलती है तो पता लगता है कि ऋषि कपूर की आंखें हमेशा के लिए बंद हो गई है। यह क्या मतलब है। एक के बाद यह दुखद घटना सुनकर हम लोग हताश और निराश हो गए हैं। लगता है इससे ज्यादा वक्त और क्या क्रूर हो सकता है'।

हाजिर जवाबी में थे माहिर:'ऋषि कपूर तो हमारे बहुत प्यारे दोस्त रहे हैं। हमने साथ में बहुत सारे काम भी किए। काफी हंसी मजाक किए और काफी हरकतें भी की। अभी बीमारी से लड़ाई लड़कर आए थे तो हम लोग साथ में घंटों बैठे थे। तमाम बातें हुई। उन्हें देखकर ऐसा लगा कि जिंदादिली का दूसरा नाम ऋषि कपूर है। इतना सुंदर स्वभाव और उसे ज्यादा हाजिर जवाबी भी थे'।

ऐसी थी आखिरी मुलाकात:'अभी अमिताभ बच्चन की दिवाली पार्टी में मिलना हम लोग मिस कर गए थे। क्योंकि वह बहुत देर से आए थे। लेकिन उससे पहले हम लोग मैरियट होटल में मिले थे। वहां पर ताजदार अमरोही, राहुल रवैल और हम कुछ करीबी दोस्त थे। हम सब घंटों बैठे थे। वहां पर बातचीत हंसी मजाक का सिलसिला ऐसा शुरू हुआ कि उन्हें देखकर लगता ही नहीं था कि वह अभी बीमारी से लड़कर या संघर्ष करके आए हैं। बहुत दिनों बाद अमेरिका से लौटकर आए थे तो एक डेढ़ बजे रात तक बैठे रहे। वह जितने बढ़िया कलाकार थे उससे उम्दा इंसान थे। जैसा बताया कि वह जिंदादिली और हाजिर जवाबी में आगे थे लेकिन उनको कोई लाइटली नहीं ले सकते थे। क्योंकि वह बहुत इंटेलेक्चुअल भी थे'।

हर जगह रखते थे नजर: 'सारी सामाजिक और राजनीतिक परिस्थितियों पर उनकी नजर रहती थी। इसलिए बहुत ट्वीट भी करते थे। अमिताभ बच्चन जैसे एक-दो को छोड़कर बहुत कम लोग हैं, जिनकी सब चीजों पर नजर होती है। पॉलिटिक्स और समाज के बारे में अच्छे से अच्छे स्टार्स को एबीसीडी भी पता नहीं होती है'।

पढ़ने के थे शौकीन:लेकिन उनको हर चीज के बारे में खूब पता होता था कि क्या हो रहा है और हर चीज पर अच्छा खासा डिस्कशन भी करते थे। पढ़ने के बड़े शौकीन थे। नेशनल इंटरनेशनल मैगजीन अखबार को पढ़ते थे। ऋषि कपूर बहुत लकी भी थे और परिपक्व भी थे।



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Shatrughan Sinha said after remembering his friend- 'he is better human beign than an actor, he is an example of lively person'


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'जब भी कहती थी क्या-क्या लिखते है आप अपने ट्विटर अकाउंट पर? तब एक ही जवाब देते थे ऋषि कपूर'- पूनम ढिल्लन ने सुनाया यादगार किस्सा

एक्ट्रेस पूनम ढिल्लन ऋषि कपूर के साथ 'ये वादा रहा', 'सितमगर' और 'एक चादर मैली सी' जैसी कई बेहतरीन फिल्मों में काम कर चुकी हैं। प्रोफेशनल रिलेशनशिप के अलावा भी पूनम और ऋषि अच्छे दोस्त थे। एक्टर के निधन पर भास्कर के अमित कर्ण से बातचीत के दौरान पूनम ने उनसे जुड़ी कई खास बातें शेयर की हैं।

एक आखरी गुडबाय कहने का मौका भी नहीं मिला: सुबह उठते ही जब ऋषि जी का निधन होने की खबर सुनी तो समझ ही नहीं आया क्या रियेक्ट करू और किसीसे क्या कहूं? शायद शॉक शब्द से ज्यादा महसूस कर रही थी। उनके साथ मैंने तक़रीबन 8 से 9 फिल्में की थी और ना जाने हमारी कितनी यादें हैं। वो मेरे पसंदीदा एक्टर थे, मेरे फेवरेट को-स्टार थे, मैं उनकी बहुत बड़ी फैन थी। जिन्हे मैं एक्टिंग में अपना आइकन मानती थी वो हमसे दूर चले गए, इससे बड़ी दुःख की बात क्या हो सकती हैं? मुझे एक्टिंग बिलकुल नहीं आती थी, शूटिंग के दौरान ऋषिजी मेरी मदद करते थे। मैंने उनसे एक्टिंग सीखी थी। बहुत तकलीफ हो रही हैं ये सोचकर की मैं अपने फेवरेट व्यक्ति को आखरी बार देख भी नहीं पा रही हूं। लॉकडाउन की वजह से हम उन्हें श्रद्धांजलि भी नहीं देने जा सकते हैं। एक आखरी गुडबाय कहने का मौका भी नहीं मिला, दिल बहुत भारी हैं।

उन्हें डांटने की आदत भी थी: कुछ महीने पहले मुंबई के सेंत रेगिस होटल में हम एक कॉमन फ्रेंड की पार्टी में मिले थे। हमेशा की तरह खुश मिजाज थे, वैसे भी आप उनसे जब भी मिलेंगे वे खुश मिजाज ही नजर आते हैं (मुस्कुराते हुए)। मैं उनसे जब भी मिलती हूं उनके साथ एक तस्वीर जरूर लेती और मैंने अपनी आखिरी तस्वीर उनके साथ उसी पार्टी में ली थी। मैं अक्सर अपनी ली हुई पिक्चर उन्हें भेजा भी करती थी जिसे देखकर वे भी बहुत खुश होते थे। उन्हें ज्यादा तस्वीर लेने का शौक नहीं लेकिन जब देखते हैं तो काफी खुश होते हैं। कई बार तो मज़ाक भी करते थे मुझसे की मैं उनकी कितनी फोटोज लेती हूं। उन्हें डांटने की आदत भी थी लेकिन जिस अंदाज़ से वो डांटते थे उससे किसी को तकलीफ नहीं होती थी। एक अलग ही सेंस ऑफ ह्यूमर होता था।

ऋषि जी बनावटी नहीं थे, उनके जहन में जो बात आती थी वो कह देते थे: ऋषि जी अपने दिल में कोई बात दबा के नहीं रखते थे, उनके दिल में जो रहता वो उनके ज़ुबान तक आ ही जाता था। मैंने उनके साथ बहुत काम किया हैं और मैं जानती हूं की वे दिखावा कभी नहीं करते थे। इस उम्र में भी उनका इतना सोशली एक्टिव रहना काफी अच्छा लगता था। मैं कई बार उनसे कहां करती थी की 'क्या क्या लिखते है आप अपने ट्विटर अकाउंट पर? कुछ भी लिख देते हो।' इस पर उनका बस एक ही जवाब आता 'मैं ओनेस्ट हूं और मुझे अपना ओनेस्ट ओपिनियन लोगों के सामने रखना अच्छा लगता हैं। ऋषि जी पहले से बनावटी नहीं थे, उनके जहन में जो बात आती थी वो कह देते थे। इंडस्ट्री में उनकी इस नेचर की लोग काफी सराहना करते हैं। अपने यंगर डेज से वे बेबाक रहे हैं और जैसे जैसे बूढ़े होते गए उन्हें और आजादी मिल गई। जब सोशल मीडिया नहीं हुआ करता था तब उनके आस पास वाले ही उनका ओपिनियन सुन पाते थे लेकिन अब सोशल मीडिया की वजह से उनका सरकास्टिक टोन और सेंस ऑफ ह्यूमर सभी तक पहुंच जाते थे। बहुत ही शानदार और खुश मिजाज थे ऋषि जी।



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What do you write on your Twitter account whenever you say? Then Rishi Kapoor used to give only one answer - Poonam Dhillon narrated anecdote


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'कैरेक्टर रियलिस्टिक लगे, इसके लिए ऋषि कपूर जी ने सेट पर चप्पल तक पहनना त्याग दिया था'- 102 नॉट आउट डायरेक्टर उमेश शुक्ला ने की सराहना

ऋषि कपूर ने अपने एक्टिंग करियर के दौरान कई सारी बेहतरीन फिल्में दी हैं। एक्टिंग सिर्फ उनका काम ही नहीं बल्कि उनका जुनून था। फिल्म '102 नोट आउट' और 'ऑल इज वेल' में ऋषि का निर्देशन कर चुके डायरेक्टर उमेश शुक्लाने बताया कि आखिरी फिल्म के दौरान उन्होंने सीन को रियलइस्टिक दिखाने के लिए चप्पल पहनना तक छोड़ दी थी। इसके अलावा भास्कर के अमित कर्ण को दिए इंटरव्यू में उन्होंने ऋषि के साथ काम करने के एक्सपीरिएंस को भी शेयर किया है।

मां को खोने पर भी बांधा रखा हौंसला

उनमें कमाल का धैर्य था। तभी कैंसर और ट्रीटमेंट का फेज वह निकाल सके। उनके लिए वो टाइम टफ था। वह इसलिए कि उनकी माता जी का भी देहांत उसी दौरान हुआ था, जब उनका इलाज चल रहा था। मां सबके लिए मां ही होती है। वह खोना कितना मुश्किल होता है। फिर भी उन्होंने वापसी की। दोबारा अपने कर्म के मैदान में उतरे।

ऐसी थी डायरेक्टर से ऋषि की पहली मुलाकात

वैसे हमारी पहली मुलाकात उनके घर पर हुई थी। कृष्णा राज बंगलो में मीटिंग तय हुई थी। मैंने ऑल इज वेल उनको नरेट की थी। वह बहुत स्ट्रेटफारवर्ड इंसान थे। उन्होंने पहली ही मीटिंग में स्क्रिप्ट को हां कह दिया था। फिर हम लोग शिमला गए थे। एक महीने वहां शूट किया था। हम लोगों ने काफी वक्त साथ बिताया था। एक ही होटल में थे हम लोग।

एक फिल्म फ्लॉप होने के बाद भी दिया मौका

वह फिल्म भले बॉक्स ऑफिस पर नहीं चली, लेकिन इससे उन पर कोई खास फर्क नहीं पड़ा। उन्होंने उस फिल्म की बदौलत मुझे नहीं आंका कि मैं अच्छा या बुरा डायरेक्टर हूं। दोबारा जब मैं 102 नॉट आउट लेकर गया तो उन्होंने बिल्कुल नए सिरे से उस स्क्रिप्ट को सुना।

हर काम की रखते थे खबर

उनको सिर्फ एक्टिंग का ही चार्म नहीं था, बल्कि और भी जो बाकी संबंधित चीजें होती थी कॉस्टयूम, लाइटिंग उन सब के बारे में भी वह बहुत गहन जानकारी रखते थे। मिसाल के तौर पर इस फिल्म में भी बुजुर्ग वाले रोल में उन्हें पिछली फिल्म का अनुभव काम आया और वह इनपुट उन्होंने हमें प्रोवाइड किया। वह पिछली फिल्म कपूर एंड संस थी।

प्रोस्थेटिक मेकअप में लगते थे चार घंटे

उसमें मेकअप में उन्हें चार-साढे चार घंटे लगते थे, मगर उसकी बेसिक जानकारी होने से हमारी फिल्म पर इतना वक्त नहीं लगता था। यहां उनका मेकअप 3 घंटे में हो जाया करता था। उन्होंने काफी बारीकी से उस चीज को समझा था और इनपुट दिए थे। यहां तक कि कॉस्टयूम में भी उन्होंने काफी सजेशन दिए थे कि वह किस तरह के शर्ट पहनेंगे। पूरी फिल्म में उन्होंने, थोड़े स्टार्च वाले शर्ट पहने।

अपने कैरेक्टर पर किया था रिसर्च

वो पहली बार गुजराती शख्स का रोल प्ले कर रहे थे। तो उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी। अपने गुजराती दोस्तों और दूर के रिश्तेदारों से भी काफी पूछ कर गुजराती शख्स के लोगों के मैनरिज्म पर होमवर्क और रिसर्च किया। उस उम्र में भी उनका जुनून देखकर हम लोगों को प्रेरणा मिलती थी। वह इन सब चीजों पर तो काफी रिसर्च करते थे, लेकिन जब डायलॉग डिलीवरी और सीन शूट करने की बारी आती थी तो वहां पर वह स्पॉन्टेनियस रहते थे। नेचुरल फ्लोर दिखाने में यकीन रखते थे। मेथड में ज्यादा नहीं घुसते थे।

27 साल बाद बनी थी अमिताभ-ऋषि की जोड़ी

वह और बच्चन साहब 27 सालों के बाद दोबारा इस फिल्म पर काम कर रहे थे। लेकिन लगा ही नहीं कि इतने लंबे समय के अंतराल के बाद दोनों फिर से मिले हैं और काम कर रहे हैं। ऐसा लग रहा था जैसे दोनों कल के ही मिले हुए हैं और दोबारा से सेट पर काम कर रहे थे। इस तरह की गहरी बॉन्डिंग दोनों के बीच दिख रही थी

छोड़ दियाथाचप्पल पहनना

दोनों ही डायरेक्टर्स एक्टर हैं। हमने जब उन्हें कहा कि हम लोग घर में चप्पल नहीं पहनते तो यकीन मानिए कि उन लोगों ने चप्पल पहनना तक छोड़ दिया शूटिंग के दौरान। भले उनका क्लोज शॉट होता था, मिड शॉट होता था या लॉन्ग शॉट में जब वह आ रहे होते थे। क्लोज शॉट में जरूरत नहीं थी कि वह चप्पल ना पहनें, मगर ऋषि कपूर जी इतने बारीक ऑब्जर्वर थे कि उनका कहना था कि अगर वह बिना चप्पल के ना रहे तो उनकी वॉक में चेंज आ जाएगा, इसलिए उन्होंने पूरे अनुशासित भाव से उस चीज का पालन किया।



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'Rishi Kapoor ji had given up wearing slippers on the set to make the character look realistic' - 102 Not Out Director Umesh shukla appreciated


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बेस्ट फ्रेंड ऋषि कपूर को याद करके रो पड़े सुभाष घई, बोले- 'वो पिछले महीनें साथ काम करने की कर रहे थे जिद'

ऋषि कपूर ने साल 1980 में आई ब्लॉकबस्टर फिल्म 'कर्ज' में डायरेक्टर सुभाष घई के निर्देशन में काम किया था। दोनों के बीच काफी गहरी दोस्ती रही है। ऐसे में अचानक 40 साल पुराने दोस्त को खोकर सुभाष को गहरा सदमा लगा है। उनका एक वीडियो मैसेज सामने आया है जिसमें वो दोस्त को याद करके रो रहे हैं।

अपने वीडियो मैसेज को शेयर करते हुए सुभाष घई ने कहा, 'ऋषि कपूर दुनिया के लिए, मेरे लिए हमेशा चिंटू साहब। सब जानते हैं कि हमारा कर्ज का साथ आज तक है। आज भी हम उसी वातावरण में हैं। अगर हिंदुस्तान के 5 सर्वोत्तम एक्टर में कोई है तो वो ऋषि कपूर हैं। 40 साल से उनका पैशन अभी तक नहीं गया था'।

पिछले महीने ही डायरेक्टर सुभाष घई ऋषि से मिलने पहुंचे थे जिस दौरान ऋषि उनसे कह रहे थे कि ‘मैं शूटिंग पर जाउंगां’, ‘तुम पिक्चर बनाओ’, ‘मेरा ऐसा रोल रहेगा’। सुभाष ने बताया कि उन्हें देखकर अंदाजा लगाना मुश्किल था कि वो बीमार हैं।

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सुभाष ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से एक पुरानी तस्वीर शेयर करते हुए भी दुख जाहिर किया है। सुभाष लिखते हैं, ‘मैं सोच भी नहीं सकता कि मैं अब अपने 40 साल पुराने दोस्त को नहीं देख पाउंगा’। इसके अलावा उन्होंने ऋषि और अपनी कुछ यादगार तस्वीरें भी शेयर की हैं।



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Subhash Ghai gets emotional when remembering best friend Rishi Kapoor, said ' he wanted to work with me me'


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8वीं क्लास में फेल हो गए थे ऋषि कपूर, बेटे रणबीर के 10वीं में पास होने पर किया गया था सेलेब्रेशन

ऋषि कपूर हमेशा से ही एक्टर बनना चाहते थे। मेरा नाम जोकर फिल्म में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम करने के बाद ऋषि ने एक्टिंग में ही अपना करियर बनाने का मन बना लिया था जिसके चलते पढ़ाई में उनकी रूचि काफी कम थी। एक इंटरव्यू के दौरान रणबीर ने पिता और पढ़ाई पर बात करते हुए खुदको कपूर फैमिली का सबसे एज्यूकेटेड इंसान बताया था।

पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में रणबीर कपूर ने बताया कि वो खुद एक एवरेज से भी खराब स्टूडेंट रहे हैं। ऐसे में जब भी उनका रिजल्ट खराब आता तो मां नीतू उन्हें पापा को बताने की धमकी देती थीं हालांकि ऋषि खुद भी खराब स्टूडेंट रहे हैं। उन्होंने कहा, 'मुझे खुशी है कि उस समय ट्विटर नहीं हुआ करता था वरना पापा पता नहीं उसमें क्या लिख देते'।

ऋषि कपूर के साथ रणबीर कपूर।

कपूर खानदान हमेशा से रहा था पढ़ाई से दूर

इंटरव्यू के दौरान रणबीर ने कहा, 'मेरे परिवार का इतिहास पढ़ाई में काफी खराब रहा है। मेरे पिता 8वी में फेल हुए थे, मेरे अंकल 9वी में फेल हुए थे और मेरे दादाजी 6वी में। मैं वाकई में अपने परिवार का सबसे पढ़ा-लिखा लड़का हूं। मुझे 10वी क्लास में 56 प्रतिशत आए थे, इस बात पर लंदन में मेरे परिवार ने जश्न भी मनाया था'।

पढ़ाई छोड़कर चुनी थी एक्टिंग की राह

ऋषि कपूर ने भाईयों के साथ ही चैम्पियन स्कूल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा ली है जिसके बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई अजमेर के मायो कॉलेज से की। ऋषि कपूर ने स्नातक के लिए कॉलेज जरुर ज्वॉइन किया मगर अपने एक्टिंग करियर के लिए उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी।



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Rishi Kapoor get failed in 8th class, was celebrated after son Ranbir passed in 10th class


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पत्नी नीतू ने परिवार की ओर से भावुक पोस्ट शेयर की, बेटी रिद्धिमा ने लिखा- काश, मैं आपको अलविदा कह पाती

ऋषि कपूर की मौत के बाद उनकी पत्नी नीतूने पूरे परिवार की ओर से अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक भावुक पोस्ट शेयर की। जिसमें उन्होंने बताया किऋषि चाहते थे कि वे आंसू नहीं, बल्कि मुस्कुराहट के साथ याद किए जाएं। नीतू के अलावा उनकी बेटी रिद्धिमा कपूर साहनी ने भी एक इमोशनल पोस्ट के जरिए अपने पिता को याद किया। इसमें उन्होंने पिता को आखिरी बार नहीं देख पाने पर अफसोस जताया।

नीतू ने जो पोस्ट शेयर की उसमेंलिखा था, 'दो साल तक ल्यूकेमिया के साथ लड़ने के बाद हमारे प्यारे ऋषि कपूर का आज सुबह 8 बजकर 45 मिनट पर अस्पताल में निधन हो गया। अस्पताल के डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ ने कहा कि वे अंत तक हमारा मनोरंजन करते रहे। दो महाद्वीपों में दो साल तक उनका इलाज चला और इस दौरान वे खुशमिजाज और जिंदादिल बने रहे। परिवार, दोस्त, खाना और फिल्मों पर ही उनका फोकस था। इस दौरान जो भी उनसे मिला, वो यह जानकार हैरान रह गया कि उन्होंने कैसे अपनी बीमारी को खुद पर हावी नहीं होने दिया।'

वे मुस्कुराहट के साथ याद आना चाहते थे

'वे दुनियाभर के अपने फैन्स से बरसते रहे प्यार को लेकर बेहद आभारी रहे। उनके निधन के बाद सभी फैन्स इस बात को समझेंगे कि ऋषि चाहते थे कि उन्हें मुस्कुराहट के साथ याद किए जाए, ना कि आंसुओं के साथ।'

नियम-कानूनों का सम्मान करने के लिए कहा

'इस निजी क्षति के बीच हमारा ये भी मानना है कि दुनिया फिलहाल बेहद कठिन और मुसीबत के दौर से गुजर रही है। आवाजाही और सार्वजनिक स्थानों पर इकट्‌ठा होने से जुड़ी कई तरह की पाबंदियां हैं। हम उनके सभी फैन्स, चाहने वालों और दोस्तों के परिवारों से यह निवेदन करते हैं कि वे नियम-कानूनों का सम्मान करें। उनके पास इससे बेहतर कोई विकल्प नहीं हैं।'

बेटी ने लिखा- काश आपको अलविदा कह पाती

रिद्धिमा ने लिखा- 'पापा मैं आपसे प्यार करती हूं और हमेशा करती रहूंगी। आपकी आत्मा को शांति मिले। मेरे सबसे ताकतवर योद्धा मैं आपको हर दिन याद करूंगी। मैं आपके फेसटाइम कॉल्स को रोजाना मिस करूंगी। काश मैं वहां पहुंच पाती और आपको अलविदा कह पाती, तब तक के लिए जब तक कि हम फिर से ना मिलें, पापा आई लव यू... आपकी मुश्क।' बता दें कि दिल्ली में रहने की वजह से वेअपने पिता के अंतिम दर्शन नहीं कर सकीं। हालांकि वे मुंबई के लिए सड़क के रास्तेनिकल गई थीं, लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही उनके पिता का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

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नीतू कपूर ने एक पोस्ट शेयर करते हुए बताया, 'ऋषि चाहते थे कि उन्हें मुस्कुराहट के साथ याद किए जाए, ना कि आंसुओं के साथ।' (फोटो/वीडियो साभारः नीतू कपूर के सोशल मीडिया अकाउंट से)


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27 साल पहले आज ही के दिन रिलीज हुई थी दामिनी, निर्माताओं ने ऋषि कपूर से पहले जैकी श्रॉफ को ऑफर किया था रोल

67 साल की उम्र में ऋषि कपूर के निधन से बॉलीवुड और उनके चाहने वाले गमगीन हैं। ऋषि कपूर ने यूं तो अपने करियर में 121 फिल्मों में काम किया लेकिन इन सबमें दामिनी की अहमियत को भी भुलाया नहीं जा सकता। खास बात ये है कि ऋषि के निधन से ठीक 27 साल पहले 30 अप्रैल 1993 को यह फिल्म रिलीज हुई थी। फिल्म सुपरहिट साबित हुई थी।


जैकी श्रॉफ को ऑफर हुआ था ऋषि का रोल: फिल्म के प्रोड्यूसर करीम मोरानी और एली मोरानी ने ऋषि कपूर वाले रोल के लिए पहले जैकी श्रॉफ को अप्रोच किया था। लेकिन, डायरेक्टर राजकुमार संतोषी से मतभेदों के चलते जैकी ने इस फिल्म को करने से इनकार कर दिया था और इसी वजह से फिर ऋषि ने फिर फिल्म में शेखर गुप्ता का रोल किया। यह राजकुमार संतोषी के साथ ऋषि कपूर की आखिरी फिल्म थी।


फिल्म में डिंपल को लेना चाहते थे डायरेक्टर: फिल्म के निर्माण के दौरान राजकुमार संतोषी और मीनाक्षी शेषाद्रि के बीच मनमुटाव की खबरें थीं। जिसके बाद संतोषी मीनाक्षी को हटाकर डिंपल कपाड़िया को फिल्म में लेना चाहते थे लेकिन ऋषि कपूर ने ऐसा होने नहीं दिया। खबरों के मुताबिक, ऋषि ने संतोषी से कहा कि अगर वह डिंपल को फिल्म में लेंगे तो वह फिल्म छोड़ देंगे.इसके बाद संतोषी ने श्रीदेवी को भी अप्रोच किया लेकिन उनकी फीस बहुत ज्यादा थी जिसके चलते संतोषी को मीनाक्षी के साथ फिल्म बनानी पड़ी।


सनी देओल को मिला था नेशनल अवॉर्ड: फिल्म की कहानी में रेप जैसे गंभीर मुद्दे पर आधारित थी जिसमें सनी ने एक वकील की भूमिका निभाई थी। फिल्म में वह सेकंड हाफ के बाद आते हैं लेकिन दमदार डायलॉग और एक्टिंग के चलते सबपर भारी पड़ते हैं।उन्हें फिल्म में अपनी एक्टिंग के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला था।



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Damini was released 27 years ago today, the makers had offered Jackie Shroff a role before Rishi Kapoor


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‘Until the Birds Return’ Review: Algerian Life, and Nothing More



By Devika Girish

Until the Birds Return ()

Opening April 28, 2020

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स्टाफ ने रिकॉर्ड किया था वीडियो, लड़खड़ाती आवाज में बोला था: शोहरत नाम ये सब आता है मेहनत के बाद

ऋषि कपूर, निधन से पहले भी एक बहुत बड़ी सीख देकर गए हैं। आखिरी रिकॉर्डेड वीडियो में उन्होंने हर एक को सफलता के लिए मेहनत करने की बात कही है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें हाॅस्पिटल स्टाफ नजर आ रहा है, जिसने यह वीडियो बनाया है। यह तो वह इंसान भी नहीं जानता था कि सेलेब्रिटी के साथ बनाया यह वीडियो आखिरी हो जाएगा।

इस वीडियो में ऋषि लड़खड़ाती आवाज में कह रहे हैं-मेरा आशीर्वाद तुम्हारे साथ है, बहुत तरक्की करो सफलता प्राप्त करो, मेहनत करो, देखो शोहरत नाम ये सब आता है मेहनत के बाद। जब तक मेहनत और थोड़ी किस्मत साथ देगी तो फल अपने आप पेड़ों पर लगेंगे
बस उसके लिए यही एक गांठ बांध कर रखना।



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Rishi Kapoor Last Video recorded by hospital Staff one night before death


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25 लोगों की मौजूदगी में हुआ ऋषि कपूर का अंतिम संस्कार, बेटी रिद्धिमा आखिरी बार चेहरा भी न देख सकी

सदाबहार अभिनेता ऋषि कपूर का अंतिम संस्कार गुरुवार दोपहर चंदनवाड़ी श्मशान घाट पर किया गया। कोरोनावायरस संक्रमण के खतरे को भांपते हुए मुंबई पुलिस ने सिर्फ 25 लोगों को उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने की इजाजत दी। इनमें ऋषि की पति नीतू कपूर, बेटे रणबीर कपूर के अलावा उनके फैमिली के सदस्य रीमा जैन, मनोज जैन, अरमान जैन, आदर जैन, अनीषा जैन, राजीव कपूर, रणधीर कपूर, सैफ अली खान, करीना कपूर, बिमल पारिख, नताशा नंदन, अभिषेक बच्चन, डॉक्टर तरंग, आलिया भट्ट, अयान मुखर्जी, जय राम, रोहित धवन, राहुल रवैल शामिल हैं।

बेटी रिद्धिमा आखिरी बार चेहरा भी नहीं देख सकी
ऋषि कपूर की बेटी रिद्धिमा को उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाईं। दिल्ली पुलिस ने उन्हें और उनके साथ चार अन्य लोगों को सड़क मार्ग से आने की इजाजत दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 39 वर्षीय रिद्धिमा ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से चार्टर्ड फ्लाइट के जरिए दिल्ली से मुंबई आने की परमिशन मांगी थी। सूत्रों की मानें तो इसके जवाब में उन्हें कहा गया कि हवाई यात्रा की मंजूरी सिर्फ गृह मंत्री ही दे सकते हैं। हालांकि, विकल्प के उनके पांच लोगों के समूह को सड़क मार्ग से जाने की इजाजत दी गई। लेकिन दिल्ली से मुंबई की दूसरी करीब 1400 किमी. है। ऐसे में उन्हें पहुंचने में करीब 24 घंटे का समय लगेगा।

सिर्फ 10 मिनट में हुआ अंतिम संस्कार

ऋषि कपूर का अंतिम संस्कार सिर्फ 10 मिनट में हुआ। कपूर बॉलीवुड की फर्स्ट फैमिली से ताल्लुक रखते हैं और ऐसा पहली बार हुआ है, जब इस परिवार के किसी सदस्य का अंतिम संस्कार इतनी जल्दबाजी में किया गया।


इसलिए चुना गया चंदनवाड़ी श्मशान घाट
ऋषि कपूर के अंतिम संस्कार के लिए चंदनवाड़ी श्मशान घाट इसलिए चुना गया, क्योंकि एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल के सबसे करीब है। फॉर्मेलिटीजके बाद इलेक्ट्रिक शवदाह गृह में उनका अंतिम संस्कार हुआ। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए यहां तीन लेवल की बैरिकैडिंग की गई। इस दौरान ऋषि के कुछ फैन्स और मीडिया वाले श्मशान घाट पहुंच गए थे। हालांकि, पुलिस ने उन्हें बाहर ही रोक दिया।



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Rishi Kapoor's last rites performed at Chandanwadi crematorium
Rishi Kapoor's last rites performed at Chandanwadi crematorium
Rishi Kapoor's last rites performed at Chandanwadi crematorium


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जनता कर्फ्यू के दिन स्वस्थ नजर आ रहे थे ऋषि कपूर, नीतू के साथ कोरोना वॉरियर्स के लिए जमकर बजाई थी थाली

ऋषि कपूर हमेशा से ही सोशल इश्यूज पर अपनी राय सामने रखते आए हैं। जब कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी जी ने जनता कर्फ्यू का एलान किया तो ऋषि कपूर ने इसका जमकर सपोर्ट किया था। जनता कर्फ्यू के बाद ऋषि काएक वीडियो भी सामने आया थाजिसमें वो पूरे जोश के साथ कोरोना वॉरियर्स के लिए थाली बजाते दिख रहे थे। ये आखिरी वीडियो है जिसमें ऋषि स्वस्थ नजर आए हैं।

22 मार्च को हुए जनता कर्फ्यू के पहले ऋषि कपूर समेत कई बॉलीवुड सेलेब्स ने इसका सपोर्ट करते हुए पोस्ट शेयर की थी। ऋषि ने अपने ट्विटर अकाउंट से पोस्ट करते हुए लिखा याद रखना, 'मैं संकल्प लेता हूं कि मैं 22 मार्च, रविवार को जनता कर्फ्यू का पालन करुंगा'। इसके बाद ऋषि और नीतू का एक वीडियो सामने आया था जिसमें दोनों बांद्रा पाले हिल्स के अपने बंगले की बालकनी में खड़े होकर कोरोना वॉरियर्स का शुक्रिया अदा कर रहे थे। इस दौरान ऋषि कपूर एक हाथ में थाली और दूसरे में चम्मच लिए काफी खुश नजर आ रहे थे। वीडियो में ऋषि काफी स्वस्थ दिख रहे हैं।

इसके पहले भी वाइफ नीतू ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से 20 मार्च को एक वीडियो शेयर की थी जिसमें ऋषि कपूर वर्चुअल क्लास में योगा करते नजर आ रहे हैं। नीतू और ऋषि लॉकडाउन के बाद से ही अपने पाले हिल्स के घर में हीं हैं। वहीं बेटे उनसे दूर आलिया भट्ट के साथ समय बिता रहे थे। ऋषि कपूर के भर्ती होने की खबर मिलते ही आलिया भी रणबीर को सपोर्ट देने अस्पताल पहुंची थीं।

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Rishi Kapoor was looking healthy on the day of janta curfew, shows his support with wife for Corona Warriors


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जावेद अख्तर ने कहा- 47 साल पुराना दोस्त खो दिया, ऋषि कपूर के साथ पहली मुलाकात का किस्सा भी बताया

वेटरन एक्टर ऋषि कपूर के निधन के बाद प्रसिद्ध लेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने भी उनके लिएसंवेदनाएं प्रकट कीं। अपने ट्वीट में उन्होंने ऋषि को एक प्यारा दोस्त बताते हुए दोनों के बीच हुई पहली मुलाकात का रोचक किस्सा भी बताया। ऋषि कपूर का निधन गुरुवार सुबह मुंबई के एक अस्पताल में हुआ, वे 67 साल के थे।

जावेद अख्तर ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, 'आज मैंने अपने प्यार दोस्त ऋषि कपूर को खो दिया। हमारी पहली मुलाकात 1973 में बेंगलोर में हुई थी। वे वहां 'बॉबी' के एक चैरिटी शो में हिस्सा लेने आए थे और मैं वहां 'शोले' की शूटिंग के लिए था। हम दोनों शाम को मिले और 47 सालों की दोस्ती शुरू करने के लिए कुछ घंटों तक बात करते रहे। अलविदा प्यारे दोस्त।'

2 साल पहले कैंसर का पता चला था

साल 2018 में ऋषि कपूर को ल्यूकेमिया यानि ब्लड कैंसर होने का पता चला था, जिसके बाद वे इलाज के लिए अमेरिका गए थे। वहां 11 महीने रहने के बाद पिछले साल सितंबर में भारत लौटे थे। अमेरिका में पूरे वक्त उनके साथ उनकी पत्नी नीतू ही थीं। रणबीर कपूर कई बार उनसे मिलने न्यूयॉर्क गए थे। कुछ दिनों पहले ऋषि ने एक इंटरव्यू में कहा था, 'अब मैं बहुत बेहतर महसूस कर रहा हूं। और कोई भी काम कर सकता हूं। सोच रहा हूं कि एक्टिंग दोबारा कब शुरू करूं। पता नहीं लोगों को अब मेरा काम पसंद आएगा भी या नहीं। न्यूयॉर्क में मुझे कई बार खून चढ़ाया गया था। तब मैंने नीतू से कहा था- उम्मीद करता हूं कि नए खून के बावजूद मैं एक्टिंग नहीं भूलूंगा।'

फरवरी में दो बार अस्पताल में भर्ती हुए थे

ऋषि ऋषि कपूर इस साल फरवरी में दो बार अस्पताल में भर्ती हुए थे। एक बार जब वे दिल्ली में एक पारिवारिक कार्यक्रम में भाग लेने गए थे तो उन्हें वहां के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस समय खुद ऋषि ने कहा था कि वे संक्रमण से पीड़ित थे। मुंबई लौटने के बाद उन्हें फिर से वायरल बुखार के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उनकी तबीयत जल्दी सुधर जाने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई थी।

परिवार ने बताया- ल्यूकेमिया के बावजूद परिवार, दोस्त, फिल्में और खाना उनके फोकस में था

ऋषि कपूर के निधन के बाद परिवार की तरफ से यह मैसेज जारी किया गया- ‘‘दो साल तक ल्यूकेमिया से जंग के बाद हमारे प्यारे ऋषि कपूर का आज सुबह 8 बजकर 45 मिनट पर निधन हो गया। अस्पताल के डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ ने कहा कि वे आखिर तक उनका मनोरंजन करते रहे। दो महाद्वीपों में उनका दो साल तक इलाज चला और इस दौरान वे खुशमिजाज और जिंदादिल बने रहे। परिवार, दोस्त, लजीज खाना और फिल्में उनके फोकस में रहीं। इस दौरान उनसे जो भी मिला, वह यह जानकार ताज्जुब में था कि उन्होंने कैसे बीमारी को खुद पर हावी नहीं होने दिया।

दुनियाभर में अपने फैन्स से मिल रहे प्यार के वे कर्जदार थे। उनके जाने के बाद सभी फैन्स यह समझ पाएंगे कि ऋषि चाहते थे कि वे आंसू नहीं, मुस्कुराहट के साथ याद किए जाएं। इस नुकसान के बीच हम यह जान रहे हैं कि दुनिया एक बेहद मुश्किल दौर से गुजर रही है। लोगों की आवाजाही और इनके इकट्‌ठा होने पर पाबंदियां हैं। हम उनके सभी फैन्स, चाहने वालों और दोस्तों से यह गुजारिश करते हैं कि वे नियम-कानूनों का सम्मान करें।’’



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ऋषि कपूर के साथ जावेद अख्तर की पहली मुलाकात बेंगलुरु में साल 1973 में हुई थी। जब वे वहां फिल्म 'शोले' की शूटिंग के सिलसिले में गए थे। जबकि ऋषि अपनी फिल्म 'बॉबी' के लिए वहां पर थे।


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'ऋषि कपूर को हमेशा से था 'प्यार झुकता नहीं' फिल्म छोड़ने का रिग्रेट'- प्रोड्यूसर के सी बोकाडिया ने सुनाया किस्सा

ऋषि कपूर ने प्रोड्यूसर के सी बोकाडिया के साथ नसीब अपना अपना और मोहब्बत की आरजू जैसी फिल्मों में काम किया है। इनसे पहले ऋषि उनकी फिल्म प्यार झुकता नहीं में नजर आने वाले थे मगर किसी वजह के चलते उन्होंने फिल्म करने से इनकार कर दिया था। इस बात का मलाल उन्हें हमेशा रहा है। हाल ही में दैनिक भास्कर के साथ बातचीत के दौरान प्रोड्यूसर के सी बोकाडिया ने उमेश कुमार उपाध्याय से पुराने दिनों को याद करते हुए खास बातचीत कर शौक जताया है।

ऋषि कपूर ने जब कहा कि कहानी नहीं सुननी है, डेट भी आपकी और फीस भी आपकी

‘ऋषि कपूर के साथ मैंने दो फिल्में ‘नसीब अपना अपना’ और ‘मोहब्बत की आरजू’ की। इससे पहले वे ‘प्यार झुकता नहीं’ फिल्म करने वाले थे, पर किसी वजह से नहीं कर पाए। खैर, जब नसीब अपना अपना के लिए मुंबई स्थित एक होटल में उन्हें मिलने के लिए बुलाया, तब वे अपने सेक्रेटरी शांति जी के साथ मिलने आए। बातचीत का सिलसिला शुरू होते ही बोले- बोकारिया साहब, कभी आपकी टेबल पर पड़ी प्यार झुकता नहीं की ट्राफी को देखता हूं तो कभी आपको देख रहा हूं। मुझे जिंदगी में अगर कोई रिग्रेट है, तो सिर्फ एक बात का है कि आपकी फिल्म- प्यार झुकता नहीं छोड़ी है’।

‘इस बात का जिक्र उन्होंने अपनी बुक में भी किया है। इतना ही नहीं, रजत शर्मा ने इंटरव्यू में जब उनसे पूछा कि किसी बात का मलाल है, तब उन्होंने यही बात दोहराई थी कि एक ही बात का मलाल है कि मैंने बोकाडिया साहब की फिल्म प्यार झुकता नहीं छोड़ दी थी’।

ऋषि कपूर की फिल्म नसीब अपना अपना का पोस्टर।

30 दिनों में खत्म की थी नसीब अपना अपना की शूटिंग

'नसीब अपना अपना की स्टोरी सुने बगैर ही फिल्म करने के लिए हामी भर दी। उन्होंने कहा कि मुझे स्टोरी नहीं सुननी है। मेरी डेट डायरी पूरी खाली है। डेट भी आपकी और फीस भी आपकी। आप बोलिए आपको कब फिल्म की शूटिंग करनी है। उन्होंने एकमुश्त 30 दिन की डेट देकर मद्रास में नॉन स्टॉप शूटिंग की। यह पिक्चर 25 हफ्ते तक थिएटर में चली। इसके बाद मोहब्बत की आरजू की जिसमें जेबा बख्तियार, अश्विनी भावे और ऋषि कपूर थे'।

स्टारकिड होने का कभी नहीं उठाया फायदा

'ऋषि कपूर जब नसीब अपना अपना की शूटिंग करने मद्रास आए थे, तब मैंने उनके लिए होटल में स्वीट रूम बुक करने के लिए बोला था। लेकिन प्रोडक्शन वालों ने डबल रूम ही बुक करवा दिया। उनसे मिलने गया, तब मैंने कहा कि स्वीट रूम बुक करवा दूं क्या। तब बोले बोकारिया साहब क्रिकेट थोड़े न खेलना है। रात को आकर सिर्फ सोना ही तो है। फर्स्ट क्लास बाथरूम है, बेडरूम है और क्या चाहिए। कभी ऐसा नहीं जताया की राज कपूर के बेटे हैं। हमेशा प्यार से ही मिलते थे। पता नहीं इंडस्ट्री को किसकी काली नजर लग गई, कल इरफान जी चले गए और आज ऋषि कपूर साहब नहीं रहे'।



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Rishi Kapoor always had regret for leaving the film 'Pyaar Jhukta Nahin', producer KC Bokadia recall their conversation


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मरने से पहले बेटे रणबीर की शादी देखना चाहते थे ऋषि कपूर, कहा था- बस पोते-पोतियों का मुंह देख लूं

ऋषि कपूर दुनिया को अलविदा कह गए। उन्होंने बॉक्स ऑफिस पर एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दीं और चॉकलेटी हीरो के रूप में पहचान बनाई। आखिरी वक्त तक वे अपनी शर्तों पर जिंदगी जीते रहे। लेकिन उनकी एक दिली ख्वाहिश अधूरी रह गई, जिसे वे मरने से पहले पूरी करना चाहते थे। और वह ख्वाहिश थी बेटे रणबीर कपूर की शादी और अपने पोते-पोतियों का मुंह देखना। इसके लिए वे बहुत एक्साइटेड थे। इसका जिक्र उन्होंने एक इंटरव्यू में भी किया था।

दरअसल, इस इंटरव्यू में ऋषि से रणबीर कपूर और उनकी गर्लफ्रेंड आलिया भट्ट के रिश्ते के बारे में पूछा गया था। जवाब में ऋषि ने कहा था कि उन्हें किसी भी बात की पुष्टि करने की जरूरत नहीं है। क्योंकि लोगों से कुछ भी छुपा हुआ नहीं है। इसके साथ ही ऋषि ने रणबीर की शादी की इच्छा जाहिर करते हुए कहा था कि वे(ऋषि) तो तब शादी के बंधन में बंध गए थे, जब महज 27 साल के थे।

'रणबीर जिससे चाहे, उससे शादी कर सकता है'
ऋषि ने कहा था, "रणबीर 35 साल का हो चुका है। वह जिससे चाहे, उससे शादी कर सकता है। और इसमें मुझे कोई आपत्ति भी नहीं होगी। जब भी वह शादी के लिए तैयार होगा तो सबसे ज्यादा खुशी मुझे ही होगी। मेरी खुशी उसकी खुशी में ही है।" ऋषि ने इसके आगे कहा था कि वे बस इतना चाहते हैं कि मरने से पहले अपने पोते-पोतियों का मुंह देख सकें।

आलिया भट्ट के साथ रह रहे रणबीर?
रिपोर्ट्स की मानें रणबीर इन दिनों आलिया भट्ट के साथ रह रहे हैं। दोनों काफी समय से रिलेशनशिप में हैं। दिसंबर 2019 में यह चर्चा खूब रही थी कि दोनों 2020 की सर्दियों में शादी करेंगे। कहा यह भी जा रहा था कि इसके लिए वे अपने अंडरप्रोडक्शन प्रोजेक्ट जल्दी ही पूरा करेंगे और फिर शादी के लिए एक महीने का ब्रेक लेंगे। जब इस बारे में आलिया की बड़ी बहन पूजा भट्ट से रिएक्शन मांगा गया तो उन्होंने सस्पेंस भरा जवाब दिया। उन्होंने कहा था कि अगर यह खबर सच भी हो तो वे इसकी पुष्टि क्यों करें? जब उनसे इसका मतलब पूछा गया तो उन्होंने कहा था, "अनुमान लगाते रहिए।" वहीं, ऋषि कपूर का काम देखने वाले शांति मलिक ने इन खबरों को कोरी अफवाह बताया था।



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Rishi Kapoor wanted to See The Wedding Of Ranbir Kapoor And Alia Bhatt Before His Death


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खाने के बड़े शौकीन थे ऋषि कपूर, वाइफ नीतू कपूर रोज बनाती थी उनके लिए नई डिश

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर 67 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह चुके हैं। ऋषि हमेशा से ही खाने और क्लासिकल म्यूजिक के शौकीन रहे हैं जिसके चलते उनकी पत्नी नीतू सिंह हर रोज उनके लिए नई तरह की रेसिपी बनाया करती थीं। अपने इन शौक का जिक्र ऋषि ने अपनी किताब 'खुल्लम खुल्ला' में भी किया है।

पंजाबी परिवार से ताल्लुक रखने वाले ऋषि कपूर हमेशा से ही नॉनवेज के साथ साथ नए स्वाद दीवाने हैं जिसके चलते उन्हें कई बार अलग-अलग रेस्टोरेंट में लंच और डिनर करते दिखा जा चुका है। उनके इस शौक के चलते नीतू अकसर उनके लिए नए व्यंजन पकाती रही हैं। कपिल शर्मा शो में बातचीत के दौरान नीतू सिंह ने बताया, ‘मुझे खाना बनाने का कोई शौक नहीं है, मगर मेरे पति को बहुत पसंद है। इसलिए में अब तक रोज ऑनलाइन नई डिश बनाना सीखती हूं और बनाती हूं। अगर मैं एक महीने बाद भी कोई डिश रिपीट करती हूं तो ऋषि गुस्सा होकर कहते हैं कि ये तो कल ही बनाई थी। इसलिए मैं हर रोज अलग बनाती हूं ताकि ये खुश रहें’। दोनों साल 2017 में द कपिल शर्मा शो में पहुंचे थे।

इसके भी नीतू अक्सर ऋषि के साथ रेस्टोरेंट्स की तस्वीरें शेयर करती हैं। यहां तक की ऋषि और उनके भाई भी हर मीटिंग में खाने पर ही चर्चा करते हैं। नीतू ने बीते साल ऋषि कपूर के इलाज के दौरान एक तस्वीर शेयर की थी। उस समय रणधीर कपूर बेटी करिश्मा के साथ उनसे मिलने पहुंचे थे। फैमिली फोटो शेयर करते हुए नीतू ने लिखा, ‘बेस्ट ब्रदर। इनकी बातें हमेशा खाने पर ही होती हैं’।

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स्वेटर कलेक्शन का रखते थे शौक

ऋषि कपूर ने अपनी फिल्मों में अपने स्टाइल से कई बार ट्रेंड सेट किया है। उन्होंने कई फिल्मों में अलग-अलग रंग की स्वेटर्स पहनी हैं। अपने एक ट्वीट के जरिए ऋषि ने बताया था कि उन्हें सिर्फ पहनने का ही नहीं स्वेटर कलेक्शन का भी शौक रहा है। ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, ‘स्वेटर। ये समय के साथ बना जुनून से भरा कलेक्शन था। जिन स्वेटर्स को मैं बिना दोहराए फिल्मों में पहना था’। फैंस के सवालों के लिए ये जानकारी है।

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Rishi Kapoor was very fond of food, wife Neetu Kapoor used to cook a new dish for him everyday


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ट्विटर पर बेबाकी के लिए मशहूर थे ऋषि कपूर, कभी देश में की इमरजेंसी की मांग तो कभी गोमांस प्रतिबंध पर था दिखाया गुस्सा

ऋषि कपूर का 67 साल की उम्र में निधन हो गया। गुरुवार सुबह मुंबई के एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल में उन्होंने आखिरी सांस ली। वे कैंसर से जूझ रहे थे। कैंसर से जूझने के दौरान भी ऋषि सोशल मीडिया से कभी दूरी नहीं बना पाए और लगातार एक्टिव रहे। खासकर ट्विटर पर उनकी मौजूदगी किसी अन्य कपूर खानदान के सदस्य से कहीं ज्यादा थी. खुद उनके बेटे रणबीर कपूर तो अब तक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नहीं हैं लेकिन ऋषि ने जनवरी 2010 में ही ट्विटर ज्वाइन कर लिया था।उनकी ट्वीट भी उनकी बेबाकी का सबूत देती थीं। जहां बाकी स्टार्स सोशल प्लेटफॉर्म्स पर तोल-मोल कर बोलते थे, वहीं ऋषि ने हमेशा वही लिखा जो उनका दिल चाहा। इसी के चलते कई बार विवादों में भी घिरे, ट्रोल भी हुए। 10 साल में एक बारउन्होंने ट्विटर छोड़ा भी लेकिन दोबारा वापस आ गए।

ये था आखिरी ट्वीट: 2 अप्रैल को ऋषि ने अपना आखिरी ट्वीट किया था, जिसमें लिखा था, "सभी भाइयों और बहनों से अपील है कि कृपया हिंसा, पत्थर फेंकने या हत्या करने का सहारा न लें। डॉक्टर, नर्स, मेडिक्स, पुलिसकर्मी आदि आपको बचाने के लिए अपने जीवन को खतरे में डालते हैं। हमें इस कोरोनावायरस युद्ध को एक साथ जीतना होगा। प्लीज। जय हिन्द!"

ऋषि के 5 विवादित ट्वीट:

1) लॉकडाउन में शराब की दुकान खुलवाना चाहते थे:ऋषि कपूर ने मार्च 2020 में की एक ट्वीट में कहा था, कुछ समय के लिए सरकार को हर शाम लाइसेंस प्राप्त शराब की दुकानें खोलने की अनुमित दे देना चाहिए। गलत मत समझिए। ऐसे हालात में सारे मर्द घर पर हैं और ऐसे डिप्रेशन से जूझ रहे हैं। पुलिस, डॉक्टरों और आम इंसान को भी कुछ तो राहत चाहिए। वैसे भी ब्लैक में तो बिक रही है।'

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2) इमरजेंसी की थी मांग: 26 मार्च को अपने ट्वीट में ऋषि ने देश में इमरजेंसी की बात कहते हुए लिखा था, 'प्यारे दोस्तों, देखो देश में क्या हो रहा है। यहां इमरजेंसी लगा देना चाहिए। टीवी के अनुसार लोग डॉक्टरों को और पुलिसवालों को मार रहे हैं। हालात संभालने का कोई तरीका और नहीं। यह हम सबके भले के लिए होगा क्योंकि लोगों में तनाव बढ़ रहा है।'

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3) यंग जनरेशन स्टार्स पर भड़के थे ऋषि: 2017 में विनोद खन्ना के अंतिम संस्कार पर जब यंग जनरेशन एक एक्टर्स नहीं पहुंचे थे तो ऋषि ने लिखा था, शर्मनाक। विनोद खन्ना के अंतिम संस्कार पर आज की जनरेशन का कोई भी एक्टर नहीं पहुंचा। यहां तक कि जिन्होंने उनके साथ काम किया वो भी नहीं। कम से कम इज्जत करना तो सीखो।

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4) गोमांस पर पाबंदी का किया था विरोध:मार्च 2015 में गोमांस और गोहत्या पर महाराष्ट्र में लगी पाबंदी पर विरोध जाहिर करते हुए ऋषि कपूर ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा था, "मैं गुस्से में हूं।कोई क्या खाता है, इससे उसके धर्म को क्यों जोड़ा जा रहा है।"उन्होंने आगे लिखा, "मैं हिंदू हूं और बीफ़ खाता हूं, क्या ऐसा करने से मैं कम धार्मिक हो जाता हूं?"



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ऋषि के ट्विटर पर 3.5 M फॉलोअर्स थे।


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अनुपम खेर ने शेयर किया ऋषि के साथ बनाया अपना आखिरी वीडियो, बोले- भगवान ने उन्हें बनाकर सांचा तोड़ दिया था

बॉलीवुड के सदाबहार अभिनेता ऋषि कपूर का गुरुवार सुबह मुंबई में निधन हो गया। वे 67 साल के थे और पिछले दो साल से ल्यूकेमिया यानि ब्लड कैंसर से जूझ रहे थे। उनके निधन से दुखी अनुपम खेर ने सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश लिखते हुए ऋषि के साथ बनाया अपना आखिरी वीडियो शेयर किया। जिसे उन्होंने पिछले साल न्यूयॉर्क में बनाया था। इसे शेयर करते हुए अनुपम ने लिखा भगवान ने ऋषि को बनाकर उनका साँचा तोड़ दिया था।

अपनी पोस्ट के साथ अनुपम ने लिखा, 'ऋषि कपूर से ज्यादा जिंदादिल, बेबाक, जोर-जोर से ठहाके लगाने वाला, एक बच्चे जैसी जिज्ञासा रखने वाला मैंने अपनी जिंदगी में कभी नहीं देखा। भगवान ने उनका सांचा बनाकर तोड़ दिया था। दुख इतना गहरा है, आंसू निकल ही नहीं रहे। न्यूयॉर्क में उनके साथ आखिरी वीडियो। आप हमेशा रहोगे। हैलो.. हैलो.. हैलो..' उन्होंने जो वीडियो शेयर किया उसमें अनुपम और ऋषि के अलावा नीतू कपूर भी दिख रही हैं।

वीडियो में हैलो.. हैलो.. करते दिखे ऋषि

अनुपम ने जो वीडियो शेयर किया वो न्यूयॉर्क का है, जब ऋषि वहां कैंसर का इलाज कराने गए थे। वीडियो में अनुपम कहते हैं, 'ये सिर्फ न्यूयॉर्क की गलियों में ही संभव हो सकता है। हम 51 ईस्ट स्ट्रीट, थर्ड एवेन्यू में येलो कैब के अंदर हैं और देखिए मेरे साथ कौन हैं।' इसके बाद कार की पिछली सीट पर बैठे ऋषि कपूर दिखाई देते हैं, जो कहते हैं, 'हैलो... हैलो... हैलो...'। उनके बाद नीतू कपूर दिखाई देती हैं, वे भी 'हैलो.. हैलो...' कहती हैं। अंत में अनुपम कहते हैं, 'देखा कुछ भी हो सकता है दोस्तों, फिर ना कहना। हो रहा है कि नहीं हो रहा।'

पिछले साल शेयर किया था मूल वीडियो

अनुपम ने आज जोवीडियो शेयर किया, उसका मूल वीडियो उन्होंने पिछले साल 21 अगस्त को शेयर किया था, जब वे कपूर दंपति के साथ मास्टरशेफ विकास खन्ना के घर डिनर के लिए गए थे। तब उन्होंने बताया था कि 'इस सफर के अंत में हम इस बात को लेकर बच्चों की तरह लड़े थे कि टैक्सी का किराया कौन देगा।'

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2 साल पहले कैंसर हुआ था

साल 2018 में ऋषि कपूर को कैंसर होने का पता चला था, जिसके बाद वे इलाज के लिए अमेरिका गए थे। वहां 11 महीने रहने के बाद पिछले साल सितंबर में भारत लौटे थे। अमेरिका में पूरे वक्त उनके साथ उनकी पत्नी नीतू ही थीं। रणबीर कपूर कई बार उनसे मिलने न्यूयॉर्क गए थे। कुछ दिनों पहले ऋषि ने एक इंटरव्यू में कहा था, 'अब मैं बहुत बेहतर महसूस कर रहा हूं। और कोई भी काम कर सकता हूं। सोच रहा हूं कि एक्टिंग दोबारा कब शुरू करूं। पता नहीं लोगों को अब मेरा काम पसंद आएगा भी या नहीं। न्यूयॉर्क में मुझे कई बार खून चढ़ाया गया था। तब मैंने नीतू से कहा था- उम्मीद करता हूं कि नए खून के बावजूद मैं एक्टिंग नहीं भूलूंगा।'

फरवरी में दो बार अस्पताल में भर्ती हुए थे

ऋषि कपूर फरवरी में दो बार अस्पताल में भर्ती हुए थे। एक बार जब वे दिल्ली में एक पारिवारिक कार्यक्रम में भाग लेने गए थे तो उन्हें वहां के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस समय खुद ऋषि ने कहा था कि वे संक्रमण से पीड़ित थे। मुंबई लौटने के बाद उन्हें फिर से वायरल बुखार के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उनकी तबीयत जल्दी सुधर जाने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई थी।

पिछले साल ऋषि के जन्मदिन पर भी वीडियो शेयर दी थी बधाई

अनुपम खेर ने पिछले साल 4 सितंबर को ऋषि के जन्म दिन पर इसी टैक्सी जर्नी के दौरान बनाए एक वीडियो को शेयर करते हुए उन्हें बर्थडे विश किया था।

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अनुपम खेर ने ऋषि कपूर के साथ अपना जो आखिरी वीडियो शेयर किया उसे उन्होंने पिछले साल 21 अगस्त को बनाया था। (फोटो/वीडियो साभारः अनुपम खेर के सोशल मीडिया अकाउंट से)


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कभी लताजी की गोद में नजर आए तो कभी बच्चों को गाेद में लेकर मुस्कुराए

सदाबहार अभिनेता ऋषि कपूर अब नहीं रहे। मेरा नाम जोकर से अपने पिता राज कपूर के बचपन की भूमिका से अभिनय सफर की शुरुआत करने वाले ऋषि कपूर आखिरी बार सिल्वर स्क्रिन पर इमरान हाशमी स्टारर दी बॉडी (2020) में दिखे थे। कैंसर जैसी बीमारी से जूझते हुए भी कैमरे के आगे और सोशल मीडिया दोनों पर लगातार एक्टिव रहे। इस पूरे कालखंड में अनगिनत किस्से और यादें हैं, तस्वीरें हैं, जो हमेशा उनके चाहने वालों के दिलो-दिमाग पर छाई रहेंगी।



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Rishi Kapoor Passes away 67 a Pictorial Tribute


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