Monday, April 27, 2020

सोनाली बेंद्रे ने कहा कैंसर के कारण उन्हें कोरोनावायरस का ज्यादा खतरा, लॉकडाउन का अनुभव भी साझा किया

सोनाली बेंद्रे की मानें तो वे उन लोगों में से हैं, जिन्हें कैंसर के कारण कोरोनावायरस का सबसे ज्यादा जोखिम है। लेकिन उनका इम्यून सिस्टम बहुत स्ट्रॉन्ग है। एक इंटरव्यू में 45 साल की सोनाली ने बताया कि हेल्दी रहने के लिए वे स्वस्थ फल और सब्जियां लेती हैं। इसी बातचीत में सोनाली ने अपने लॉकडाउन का अनुभव भी साझा किया।

यह मेरे लिए बहुत बड़ा बदलाव नहीं: सोनाली
सोनाली के मुताबिक, उनके लिए लॉकडाउन ठीक उसी तरह है, जिस तरह कैंसर ट्रीटमेंट के दौरान उनके दिन गुजरा करते थे। वे कहती हैं, "मैं ठीक हूं। अच्छा महसूस कर रही हूं। इसके अलावा मैं कहना चाहूंगी की यह मेरे लिए बहुत बड़े बदलाव की बात नहीं है। क्योंकि पिछले दो साल वैसे भी मेरे लिए किसी क्वारैंटाइन से कम नहीं थे। इसलिए अभी भी बहुत बड़ा परिवर्तन नहीं है।"

मिलने आने वालों को याद कर रहीं सोनाली
सोनाली ने आगे कहा, "जब मेरा कैंसर का ट्रीटमेंट चल रहा था, तब कई लोगों का मेरे यहां आना-जाना लगा रहता था। मैं इसे ही सबसे ज्यादा याद कर रही हूं। इन सब से ऊपर मैं अपने माता-पिता को बहुत याद कर रही हूं, क्योंकि मैं वाकई उनसे नहीं मिल सकती। लेकिन इसके अलावा भी हमारे पासआभारी होने के लिए बहुत कुछ है। मैं हमेशा दुआओं को याद रखती हूं।"

2018 में डिटेक्ट हुआ था कैंसर
जुलाई 2018 में सोनाली को कैंसर डिटेक्ट हुआ था और वे इलाज के लिए न्यूयॉर्क गई थीं। वहां वे करीब 6 महीने तक रहीं। ठीक होकर लौटीं सोनाली ने बीमारी का अनुभव साझा किया था। उन्होंने एक बातचीत में कहा था, "इस बीमारी का पता शुरुआत में चल जाए तो बेहतर है। वैसे, यह बीमारी तो भयानक है ही, लेकिन इसका इलाज उससे कहीं ज्यादा भयावह और दर्दनाक होता है। अगर बीमारी पहले डिटेक्ट हो जाए तो इलाज में कम खर्च के साथ ही इसके ट्रीटमेंट में भी कम दर्द होता है। सूचना, जागरूकता और फटाफट एक्शन, इन तीन चीजों की जरूरत मुझे इलाज के दौरान पड़ी थी। सभी को इन चीजों को फॉलो करना चाहिए।"



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सोनाली बेंद्रे को जुलाई 2018 में कैंसर डिटेक्ट हुआ था।


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